Friday 30 November 2018

यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज को कमजोर और अकेला समझने की गलती न करे मोदी सरकार - यति माँ चेतनानंद सरस्वती

                   प्रेस विज्ञप्ति
यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज को कमजोर और अकेला समझने की गलती न करे मोदी सरकार ~ यति माँ चेतनानंद सरस्वती

हम मोदी के घर उसकी माँ के सामने जाकर अनशन करेंगे-राजबाला तोमर
प्रेस विज्ञप्ति  -सौंपते हुए  ''यति माँ चेतनानन्द सरस्वती , राजबाला तोमर व अन्य

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शिवशक्ति धाम डासना में 30 दिन से कठोर जनसँख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज के समर्थन में आज जगदम्बा महाकाली डासना वाली के परिवार की महिलाओं ने गाज़ियाबाद जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शित किया।महिलाओ ने अपने रक्त से पत्र लिखकर भी नरेंद्र मोदी को ज्ञापन के रूप में जिलाधिकारी द्वारा भेजा।
महिलाओ के रक्त से लिखे गए ज्ञापन में मोदी सरकार को प्रचण्ड नारी आंदोलन की चेतावनी दी गयी और उन्हें ये बताया गया की यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज को अकेला समझने की गलती न करे मोदी सरकार।आज यति नरसिंहानन्द सरस्वती कुछ देश द्रोही मुस्लिम परस्त नेताओ को छोड़कर बाकी 100 करोड़ हिन्दुओ की आवाज हैं।उनकी आवाज यदि नहीं सुनी गयी तो जगदम्बा महाकाली डासना वाली के परिवार की महिलाएँ गुजरात जाकर नरेंद्र मोदी के घर जाकर उनकी माँ के सामने अनशन करेंगी और उनसे अपने बच्चों की जान की भीख मांगेगी।
ज्ञापन देते समय शिवशक्ति धाम डासना की महंत यति माँ चेतनानन्द सरस्वती जी ने कहा की हिन्दू के लिये गूंगी बहरी  हो चुकी सरकार को जगाने के लिये जो कुछ भी करना पड़ेगा,हम वो सब करने को तैयार हैं।हम अपना दर्द मोदी जी की माँ को बतायेगे और उनसे कहेंगे की वो अपने बेटे से कहे की जिन सौ करोड़ हिन्दुओ ने उन्हें इतना मान, सम्मान और गौरव दिया हैं, उन्हें अपने वोट बैंक की राजनीति के लिये इस तरह धोखा न दे वरना इतिहास उन्हें कभी क्षमा नहीं करेगा।

चौधरी अंजली आर्या ने कहा  यति नरसिहानन्द सरस्वती जी की मांग देश हित में है सभी हिन्दू महिलाएं चीन की तरह भारत में भी कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनवाने के
पक्ष में है यदि शीतकालीन सत्र के प्रथम दिन जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर चर्चा नही हुई तो भारतीय जनता पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।जो सरकार जी एस टी,एस सी एस टी एक्ट, तीन तलाक पर मजबूत फैसले ले सकती है वो क्यों देश के भविष्य के लिये जनसँख्या नियंत्रण कानून नही बना रही है,ये हमारी समझ से परे है।

आज प्रदर्शन करने वालो में जयवंती देवी, ओमकारी , सरोज देवी, माया देवी, सुनिता , बबली , विमला , राजबाला कौशिक तथा अन्य महिलाये शामिल थी !
                                                                                                                            30 नवम्बर 2018....

Tuesday 20 November 2018

20 साल बाद का भारत

20 साल बाद का भारत...

( जनसँख्या नियंत्रण कानून क्यों जरूरी है ?? )

रोज की तरह आज भी लगभग सुबह पौने पाँच बजे, तेज शोर से अचानक नींद खुल गई!!.. अजान हो रही थी !!..

अब मस्जिदे बहुत ज्यादा दूरी पर नही रह गई थी। हर मोहल्ले में मिलने वाले पार्क अब मस्जिदों का रूप ले चुके है !!.. अजान ही अब अलार्म बन चुकी थी !!..

हमने नित्य कर्म किया और सुबह की सैर को चल पड़े !!..

 अब सड़के 20 साल पहले वाली सड़के नही रह गई थी, स्वच्छ !.. अब सड़को पर जगह जगह अंडों के छिलके पड़े रहना आम बात थी !.. छिलकों से बचते हुए सड़क पार करने में ही, योगा हो जाया करता था !!..
 योग सिर्फ कहावतों और कहानी किस्सों में बचा था !.. संविधान में नए कानून के तहत योग को 'हराम' घोषित किया जा चुका था !..
 योग अब बैन था !!..

हम घर पहुंचे !. बच्चे स्कूल जाने को तैयार हो चुके थे !..
 कुर्ता पजामा और जालीदार टोपी !..
अब स्कूलों की यही यूनिफॉर्म थी !!.. हम बच्चों को कुर्ता पजामा और टोपी पहनाकर स्कूल छोड़ने चले गए !!..

वापिस आये तो श्रीमती जी ने कहा, जाइये सब्जी ले आइये !..
अब सब्जियों के मार्केट काफी कम हो गए थे !..
जहां तहाँ, सिर्फ मछली,मटन,अंडों की दुकानें। बीच मे एक दो सब्जी के ठेले !!..

अब एक ही ठेले पे मछली, अंडे, सब्जी सब साथ होती थी !.
एक ही तराजू पे मछली भी तुलती थी, और सब्जी भी !!.. मन पक्का कर हम ले आये सब्जी !!..
श्रीमती जी ने खाना बनाया और हम खाकर, दफ्तर की और चल दिये !!..

अब दफ्तर वो 20 साल पहले वाले दफ्तर नही थे !!.. जब दफ्तर की शुरुआत में राष्ट्रगान होता था और समापन पर राष्ट्रीय गीत !!..
दफ्तर की शुरुआत अजान से हुई !!..
हमने अजान पढ़ी और काम मे लग गए !.. दफ्तर का समय खत्म हुआ !.. नियमानुसार नमाज हुई !...
हमने नमाज पढ़ी और घर आ गए !!..

तब तक बच्चे भी स्कूल से आ चुके थे !.. कोचिंग क्लासेस जाने की तैयारी कर रहे थे !!.. उर्दू स्पोकन क्लासेस !!..
जी अब सारे मार्केट की दुकानों के नाम और सूचना पट उर्दू में ही लिखे जाते थे !!..
 उर्दू सीखना अब जरूरी भी था और मजबूरी भी !!..

  बच्चे कोचिंग चले गए !.. हम श्रीमती जी के साथ  टेलीविजन देखने लगे.. सीरियल के नाम भी बदल गए थे !.. खाला हो तो ऐसी, आपकी आपा, बकरा किश्तों पे और नमाज पढ़ने के तरीके जैसे !..
 अब इन्हें ही देखना हमारी नियति बन चुकी थी !..

बच्चे कोचिंग से आ गए !.. खाना खाकर अजीब सी जिद करने लगे !..

पापा पापा बहुत दिन हो गए मन्दिर गए हुए !!..

अब नेपाल कब जाएंगे ??..

जी अब सबसे नजदीक में मन्दिर नेपाल में ही थे !!..
देश के मंदिर तो गोल गुम्बद बन चुके थे !..

हां हां जाएंगे बेटा जरूर जाएंगे मन्दिर। पर गर्मी की छुठियो में !!..
हमने कहा !!..
ये सुन बच्चे नाराज होकर चले गए !!..
बच्चों की ये हालत देखकर श्रीमतीजी की आंखों से आँसू बहने लगे !!..

हम दोनों 20 साल पहले के अतीत में खो गए .
किस तरह हम आज से 20 साल पहले कालेज की पार्किंग में 'स्वामी यति नरसिंहानंद जी' को गालिया दे रहे थे !!.. उन्हें बांटने वाला दंगाई आतंकी कहकर भला बुरा कह रहे थे !!..

फिर वो कालेज की कैंटीन , जहाँ चाय पी पीकर नरसिंहानंद को गाली दे रहे थे !!..
टेबल पर बैठे हम हमारे ही मुस्लिम दोस्तो से ज्यादा, नरसिंहानन्द के उपर हमारा खून का खौल रहा था ।
हम ऐसे गरियाते जैसे अपने मुस्लिम दोस्तो को खुद के सेक्युलर और लिबरल होने का प्रमाण पत्र दे रहे हो !!..
हमारे कुछ अन्य हिन्दू मित्रो ने हमे समझाया भी था !!.. पर उस समय हमारे ऊपर खुली सोच, मॉर्डनाइजेशन और लिब्रिज्म का नशा छाया हुआ था !!.. ( हमे खुलकर जीना था लेकिन सच्चाई कुछ ऐसी थी हम खुद को सेकुलर बनाते बनाते इस्लाम की शरीयत कानून के गुलाम हो गए और अब तो हममें से कोई कुछ बोलना चाहता है तो उसका गला काटकर सजा दी जाती है )
किस तरह हमने उन हिन्दू मित्रो को पूरे कालेज के सामने अपमानित किया था कि तू सम्प्रदायिक है ब्लडी ओल्ड माइंड हिन्दुज !!..
 साम्प्रदायिक कहकर उन्हें बदनाम किया । हमेशा उनसे घ्रणा की !!..

ये सब सोचते सोचते अचानक हमारे मुँह से निकल पड़ा !..

श्रीमती जी काश उस समय कालेज में हमें सेक्युरिज्म का कीड़ा ना काटा होता और आप लिब्रिज्म की चादर ओढ़े ना बैठी होती !!..
तो आज ये दिन ना देखने पड़ते !..
आज हमारे बच्चों की इस हालत के जिम्मेदार कोई और नही, सिर्फ हम है !..
अगर स्वामी नरसिंहानन्द जी का साथ दिया होता तो हिन्दुत्व मरा ना होता और हम खुलकर अपनी जिंदगी जी सकते थे !!..
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दोस्तो ये तो सिर्फ एक कल्पना थी ..हक़ीक़त भी बन सकती है.. अतः ये हक़ीक़त ना बने हम सबको स्वामी जी यति नरसिंहानन्द  सरस्वती जी का साथ देना होगा..
छद्म सेक्युरिज्म और ढोंगी लिब्रिज्म से बाहर आना होगा !!.. जनसँख्या नियंत्रण क़ानून पर खुलकर समर्थन करना ही होगा यह सम्प्रदायिक नही देश, प्रकृति व बच्चो का भविष्य बचाने के लिए है ,
वरना आने वाली पीढ़ियां हमे कभी माफ नही करेंगी !!

( हो सके तो हर हिन्दू यह शेयर करता जाए और सोचकर देखे क्या होने वाला है हमारे बच्चों का भविष्य ??
जब हमारी बेटियो का जबरन जानवरो की तरह बलात्कार होगा और बेटों खतना होगा )

अज्ञात...
Email - narsinghwani@gmail.com
Email - tanuragrai@gmail.com

Sunday 18 November 2018

Deadly hunger strike of Yati Narsinghanand Saraswati For population Control Law

High ranking sadhus from Uttar Pradesh have demanded a common population control law. They were pretty upset that while Hindus were urged to control the population by having 2 kids, Muslims weren't.
He announced a movement to pressure the government to pass a law limiting both Hindus and Muslims to a common maximum limit.
Yati Narsinghanand Saraswati ji is on hunger strike till 1 November 2018, It took 19 days without eating them today But the dirty and selfish leaders of Indian politics are deliberately ignoring the problem of this growing population. Once again a Hindu monk is going to give his life for his country,
And Indian politics and constitution is destined to destroy India, Hindu masses have forgotten their existence by trapping in this dirty politics, The Hindu people do not understand that if India does not have population control law, then their existence will be eliminated from this country.
This is the black face of Indian politics and politician...

Anurag Rai....
Emai - tanuragrai@gmail.com
Contact N. +91 8853348304