प्रेस विज्ञप्ति
कुरान और इस्लामिक इतिहास के परिपेक्ष में शरीयत और शरिया कानून को समझने का समय - यति नरसिंहानन्द सरस्वती
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यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी ने सभी हिन्दू धर्मगुरुओ और मुस्लिम धर्मगुरूओ,मौलानाओ व विद्वानों को शिवशक्ति धाम डासना में दिया शास्त्रार्थ का निमंत्रण
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अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने आज सुप्रसिद्ध हिन्दू विचारक विनोद सर्वोदय,समाजसेवी डॉ आर के तोमर,बाबा प्रमेन्द्र आर्य,अक्षय त्यागी,अनिल यादव, प्रमोद कुमार बंसल,सतीश गर्ग,सतेंद्र त्यागी,अरुण त्यागी तथा अन्य साथियों के साथ एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया ।
प्रेस वार्ता में यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा की अब समय आ चुका है की पूरी दुनिया कुरान और इस्लामिक इतिहास के परिपेक्ष में शरीयत और शरिया कानून को समझने की कोशिश करें। बुलन्दशहर के दरियापुर में हुए तीन दिनी इज्तेमा ने आज बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है की भारत पर शरीयत और शरिया कानून के बस कुछ की कदम दूर है।
जिस तरह से भारत में केवल हिन्दुओ की वोटो से बनी पूर्ण बहुमत की हिंदूवादी सरकार और उनके मूल मार्गदर्शक संगठन आरएसएस ने इस्लामिक कट्टरपंथ के सामने घुटने टेक कर दयनीय समर्पण किया है,उससे यह स्पष्ट हो गया है कि अब भारतवर्ष में कोई भी राजनैतिक दल इस्लामिक जिहाद से टक्कर नहीं लेगा। अब भारतवर्ष के हिन्दुओ सहित सभी काफिरो को जिसमे ईसाई, बौद्ध, जैन, सिक्ख, पारसी,यहूदी सभी शामिल हैं, उन्हें बहुत गम्भीरता के साथ पूरी दुनिया के मुस्लिम देशों में हुए काफिरो के दर्दनाक अंत का अध्ययन करना चाहिये। ताकि वो भी उस खौफनाक समय के लिये खुद को तैयार कर सकें।
उन्होंने कहा की
आज पूरी दुनिया मे इस्लामिक जिहाद के नाम पर जो भी कत्लोगारत हो रहा है उसके लिये मुसलमान बिल्कुल भी दोषी नहीं है क्योंकि वो केवल वही कर रहे हैं जो कुरान और इस्लाम ने उन्हें सिखाया है। यदि कोई मुस्लिम धर्मगुरु या मौलाना यह कहता है की ये खूनखराबा इस्लामिक नही है तो वो झूठ बोलता है क्योंकि वास्तव में इस्लाम ये ही है और इनका दर्शन भी यही कहता है। अगर वो मेरी बात से सहमत नहीं हैं तो मै उन्हें एक खुशनुमा और स्वस्थ बहस की चुनौती देता हूँ ।
इस्लाम के नाम पर हुए इस राक्षसी हिंसा के जिम्मेदार सनातन धर्म के धर्मगुरु हैं जिन्होंने कभी भी सनातन धर्म के मूल सिद्धांतो को दुनिया के सामने नही रखा।सनातन धर्म के धर्मगुरुओ की कायरता, अकर्मण्यता और धर्म के मौलिक सिद्धांतो से विश्वासघात के कारण इस्लामिक जिहाद पूरी दुनिया मे फैला है । हमारा धर्म कहता है की सन्यासी को लोभ,लालच,भय,अहंकार और मोह का परित्याग करके हर हालत में अपने धर्म की रक्षा करनी चाहिये।हमारे सनातन के सन्यासी सब कुछ कर रहे हैं, परंतु अपने धर्म के अनुयायियों को स्वाभिमान से जीना और धर्म के लिये मर मिटने के लिए सजग नही करते। राजनैतिक तंत्र आज यदि इतना हिन्दू विरोधी हुआ है तो इसका कारण भी केवल यही है की सनातन के धर्मगुरूओ ने अपनी गरिमा खो दी और राजनैतिक लोगो का गुरु बनने की जगह उनके शिष्य या यूँ कहिये की दलाल बन गए और सारे धर्म को बर्बाद कर दिया।
अगर कोई हिन्दू धर्मगुरु मुझसे सहमत नहीँ है तो मैं उसे शिवशक्ति धाम डासना में शास्त्रार्थ करने का निमंत्रण देता हूँ । यह शास्त्रार्थ सारे दुनिया में फेसबुक और यूट्यूब के माध्यम से प्रसारित किया जायेगा